
भारत का ऑस्ट्रेलिया दौरे का पहला वनडे मैच कुछ खास नहीं रहा भारत को ऑस्ट्रेलिया ने 66 रनों से करारी शिकस्त दी।
इससे पहले भारत ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया जो आरोन फिंच और स्टीव स्मिथ ने गलत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी दोनों ने शानदार शतक जड़े आरोन फिंच के 114 स्टीव स्मिथ के 105 और अंत में ग्लेन मैक्सवेल द्वारा खेला गया बेहद ही ताबड़तोड़ 19 गेंदों में 45 रन कैमियो की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 374 रनों का विशाल लक्ष्य दिया।
लक्ष्य का पीछा करते उतरी भारतीय टीम शुरू से ही दबाब में ही रही और जल्दी विकेट खोती गयी, पावर प्ले में ही ऊपरी क्रम के तीनों बल्लेबाज विराट कोहली श्रेयस अय्यर और मयंक अग्रवाल को ऑस्ट्रेलिया पेस बैटरी ने पवेलियन भेज दिया था और इसके बाद भारतीय टीम शिखर धवन और हार्दिक पांड्या के बीच हुई 128 रनों की साझेदारी की बदौलत अपनी साख बचाने में सफल रही।
मैच खत्म होने के बाद विराट कोहली ने बताया कि “हम दबाव में थे और इस वजह से हमने मैच गंवा दिया, हमें पता है हमें क्या करना है हमारे बल्लेबाज भी उस चीज को जानते हैं लेकिन मैं सोचता हूं 40-50 रनों का हेरफेर रहा जहां आप 320 रनों की बात करते हैं वनडे में वह आसान लगता है। वही 370/380 थोड़ा दबाब भरा स्कोर होता है और इस स्कोर तक ऑस्ट्रेलिया को पहुंचने में ग्लेन मैक्सवेल ने मदद की” सीरीज में हम जल्दी वापसी करेंगे।
इस मैच में भारत की तरफ से जो खास बात रही हो वह यह थी कि सिडनी में किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा हाई स्कोर वनडे में हार्दिक पांड्या ने बनाया। सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में उन्होंने 76 गेंदों में 90 रनों की पारी खेली।